रेत माफिया की शूटिंग कर रहे थे विक्की कौशल, 500 लोगों ने घेरा, कैसे पिटने से बचे थे एक्टर?

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बॉलीवुड एक्टर विक्की कौशल इन दिनों अपनी रिसेंट रिलीज फिल्म 'बैड न्यूज' की सक्सेस को एंजॉय कर रहे हैं. एक्टर इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बना चुके हैं. लेकिन विक्की ने अपने करियर की शुरुआत असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर की थी. अनुराग कश्यप की गैंग्स ऑफ वासेपुर की शूटिंग के दौरान पिटते पिटते बचे थे. इस किस्से को खुद विक्की ने शेयर किया है.

विक्की ने बताया कि कैसे एक लैंड माफिया को गलतफहमी हो गई थी और वो उन्हें पीटने वाले थे. इतना ही नहीं विक्की गिरफ्तार भी हो सकते थे. ये तब हुआ था जब फिल्म के गैर-कानूनी सैंड माइनिंग सीन की शूटिंग बनारस में चल रही थी.

पिटने से बचे विक्की

विक्की ने तनमय भट्ट को दिए इंटरव्यू में कहा- फिल्म में जो कोयले की तस्करी दिखाई गई थी, वो सच थी. हमने उसे शूट किया. एक घटना तब हुई जब हम अवैध रेत खनन के सीन को कैप्चर करने गए थे. मैं हैरान था क्योंकि तब मुझे पहली बार एहसास हुआ कि ये इतने खुलेआम होता है कि आपको लगेगा ही नहीं कि ये असल में तस्करी हो रही है. आपको लगेगा कि ये एक सही ढंग से चल रहा धंधा है क्योंकि वहां सिर्फ दो ट्रक नहीं खड़े थे, वहां 500 ट्रक खड़े थे.

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विक्की ने आगे बताया कि जब वो फिल्मिंग कर रहे थे तब 500 लोगों ने उन्हें घेर लिया था. वो बोले- कैमरा अटेंडेंट एक बूजुर्ग आदमी थे, जिनकी उम्र 50 से ज्यादा थी. उस आदमी ने यूनिट को फोन करके बताया कि कैमरा समय पर नहीं आएगा क्योंकि हम यहां किसी परेशानी में फंसे हुए हैं. फोन पर उसकी बात सुनकर वहां मौजूद व्यक्ति को लगा कि वो किसी प्रभावशाली व्यक्ति को फोन कर रहा है. उस आदमी ने कैमरामैन को थप्पड़ मारा, उससे कैमरा छीन लिया और हमें धमकी दी कि वो कैमरा तोड़ देंगे. हम दोनों को पीटा जाने वाला था, लेकिन हम किसी तरह बच निकले.

विक्की कौशल

हो सकते थे गिरफ्तार

पहले दिए कई इंटरव्यूज में विक्की बता चुके हैं कि कैसे वो गैंग्स ऑफ वासेपुर की शूटिंग के दौरान गिरफ्तार होने से बचे थे. उन्होंने बताया था कि फिल्म की ज्यादातर शूटिंग हिडन कैमरा और रियल लोकेशन पर हुई है. विक्की ने कहा था- हमारे पास एक वैन में कैमरा था और हम बनारस स्टेशन पर शूटिंग कर रहे थे. शॉट ये था कि नवाजुद्दीन सिद्दीकी स्टेशन से बाहर आएंगे, साइकिल रिक्शा में बैठेंगे और चले जाएंगे. हालांकि हम एक छिपे हुए कैमरे से शूटिंग कर रहे थे, लेकिन फिर भी हमने एक सिंगल शॉट की मांग की. जब हम उस सीन की शूटिंग कर रहे थे, तो हमने देखा कि दो कांस्टेबल कैमरे में देखते हैं और उस पर इशारा करते हुए पूछते हैं, 'तुम कौन हो?' उस समय, मैंने ड्राइवर से कहा कि वो वैन चलाए और स्टेशन से भाग जाए क्योंकि पुलिस ने हमें देख लिया था. इस तरह गैंग्स ऑफ वासेपुर की कहानी बनी.

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मनोज शर्मा

मनोज शर्मा (जन्म 1968) स्वर्णिम भारत के संस्थापक-प्रकाशक , प्रधान संपादक और मेन्टम सॉफ्टवेयर प्राइवेट लिमिटेड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं।

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